हाल ही में, मुंबई के गिरगांव चौपाटी पर समुद्र तट पर ब्लू बटन जेलीफ़िश (blue button jellyfish) को देखा गया, जो अपने चमकीले नीले रंग और डंक मारने वाले स्पर्शकों (stinging tentacles) के लिए जाना जाता है।
ब्लू बटन जेलीफ़िश का वैज्ञानिक नाम पोर्पिटा पोर्पिटा है। इस जेलीफिश को कई पर्यावरणीय कारक जैसे- पानी का तापमान, लवणता, समुद्री धाराएँ और पोषण की उपलब्धता आदि बढ़ने और पनपने के लिए आदर्श परिस्थितियाँ प्रदान करती हैं।
जेलीफ़िश ब्लूम्स
पानी का बढ़ता तापमान जलवायु परिवर्तन से जुड़ा हुआ है, जो उस के प्रजनन को बढ़ा सकता है। गर्म पानी जेलीफ़िश को उनके नियमित घरों से नए स्थानों पर स्थानांतरित करने का कारण भी बन सकता है, जिसके परिणामस्वरूप तटीय क्षेत्रों में इन्हें देखा जाता है।
पोषक तत्वों की अधिक मात्रा, विशेष रूप से नाइट्रोजन और फास्फोरस, प्लवक के बढ़ने का कारण बन सकते हैं, जो जेलीफ़िश का मुख्य भोजन है। जब प्लवक की संख्या बढ़ती है, तो आमतौर पर जेलीफ़िश की संख्या भी बढ़ जाती है।
समुद्री धाराओं और हवा के पैटर्न में बदलाव जेलीफ़िश की गतिविधि पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं।