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ब्रिक्स देशों को रूस ने दिया स्विफ्ट का विकल्प

रूस ने ब्रिक्स देशों को स्विफ्ट के विकल्प के रूप में एसपीएफएस सिस्टम के इस्तेमाल की राय दी है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि वित्तीय संदेशों के ट्रांसफर के लिए ब्रिक्स देश स्वतंत्र रूप से इससे जुड़ सकते हैं। एसपीएफएस सिस्टम में स्विफ्ट की ही तरह वित्तीय संस्थानों के बीच संदेशों की आवाजाही की जा सकती है। इस सिस्टम को बैंक ऑफ रशिया ने 2014 में बेल्जियम द्वारा बनाए स्विफ्ट के जवाब में बनाया है। यूक्रेन में टकराव को लेकर पश्चिमी देशों द्वारा लगाए प्रतिबंधों के बाद इसे बनाया गया है।

रूस ने किया सरमत मिसाइल का सफल परीक्षण

रूस ने अपनी नवीनतम सरमत न्यूक्लियर अंतर्राष्ट्रीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है। इसे 2022 के अंत तक लड़ाइयों में इस्तेमाल किया जा सकेगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह घोषणा सैन्य अकादमी के स्नातक कैडेट्स को संबोधित करते हुए की। इससे पहले रूसी अंतरिक्ष एजेंसी प्रमुख दिमित्री रोगोजति सरमत को अपनी पहुंच और मारक शक्ति में सबसे शक्तिशाली मिसाइल बता चुके हैं। उनके मुताबिक इसे सभी मौजूदा हवाईसुरक्षा सिस्टम्स के मुकाबले ‘अजेय’ होने के लिए डिजाइन किया गया था।

राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने की मंदिर में सफाई

एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने मंदिर में पूजा करने से पहले झाडू से सफाई की। राज्य के रायरंगपुर स्थित शिव मंदिर में सफाई के बाद उन्होंने हाथ धोए। फिर मंदिर के द्वार पर स्थित नंदी के कान में कुछ कहा। उसके बाद द्वार पर लगी घंटी बजाकर उन्होंने मंदिर में प्रवेश किया। द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से हैं। वे उड़ीसा के मयूरभंज में रायरंगपुर से ही दो बार बीजेपी विधायक रह चुकी हैं।

द्रौपदी मुर्मू होंगी एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार

आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए सत्ता और विपक्ष दोनों ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। एनडीए की तरफ से झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना प्रत्याशी घोषित किया गया है। द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। वे उड़ीसा के मयूरभंज जिले से हैं और दो बार भाजपा की विधायक भी रही हैं।

संकट में ठाकरे की सरकार, शिंदे ने किया 40 विधायकों के साथ का दावा

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार मुश्किल में आ गई है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे अपनी पार्टी के 21 विधायकों को लेकर सूरत चले गए हैं। बताया जा रहा है कि बागी विधायकों को मनाने की काफी कोशिशों के बावजूद कोई भी अपने फैसले से टस से मस नहीं हो रहा है। शिंदे ने कुल 40 विधायकों के साथ का दावा किया है। उद्धव ठाकरे की पार्टी के कुल 55 विधायक हैं जिनमें से अब सिर्फ 17 विधायक ही उनके साथ बताए जा रहे हैं। वहीं विधायकों की नाराजगी को लेकर शरद पवार भी चुप्पी साधे हुए हैं।

अग्रिपथ योजना पर मोदी करेंगे तीनों सेना प्रमुख से चर्चा

अग्निपथ सेना भर्ती योजना के विरोध में देशभर में प्रदर्शनों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इस मामले में तीनों सेना प्रमुखों के साथ अलग-अलग मुलाकात करेंगे। बैठक में सेना प्रमुखों द्वारा योजना को लागू करने से जुड़े विभिन्न पहलुओं का ब्यौरा दिया जाएगा। सोमवार को मैसूर दौरे में प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना को लेकर कहा कि कुछ सुधार शुरुआत में अप्रिय लग सकते हैं लेकिन समय के साथ देश को उनसे लाभ होगा।

असम में बाढ़ से 48 लाख लोग प्रभावित, 36 में से 32 जिले जलमग्न

असम के 32 जिले पिछले एक हफ़्ते से बाढ़ की भयावह त्रासदी झेल रहे हैं। अब तक 89 लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों की तादाद में लोग बेघर हो गए हैं। बाढ़ की इस स्थिति में सेना और अन्य सुरक्षा बलों की टीमें लोगों को बचाने में लगी हुई हैं। इसके लिए 800 से अधिक रिलीफ कैंप बनाए गए हैं। राज्य के सिलचर शहर और कछार जिले के कई हिस्सों से 3,000 से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया गया है। नदियों में उफान की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है, जिससे लोगों के अलावा 33 लाख पशुओं का जीवन भी खतरे में पड़ गया है।

कोलंबिया में चुना गया पहला वामपंथी राष्ट्रपति

गस्टावो पेट्रो ने कोलंबिया के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है। रविवार को हुए मतदान में गस्टावो ने 50 प्रतिशत से अधिक वोट लेकर रोडोल्फो हरनान्डेज को हराया। गस्टावो देश के पहले वामपंथी राष्ट्रपति हैं। इस लिहाज से उनकी जीत को ऐतिहासिक माना जा रहा है। कोलंबिया कई दशकों से आर्थिक संकट और विद्रोहों से जूझता रहा है। पेट्रो खुद भी 17 वर्ष की उम्र में गुरिल्ला संगठन एम-19 में शामिल हो गए थे। पेट्रो की जीत का दक्षिणी अमेरिका के अर्जेंटीना, बोलिविया, चिली, पेरू आदि अन्य देशों के वामपंथी नेताओं ने स्वागत किया है।

अग्निवीर योजना के विरोध में पटना में प्रदर्शन

सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में पटना में लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। इन लोगों में अधिकतर युवा हैं, जो योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। सभी लोग सड़कों पर नारे लगाते हुए भारत बंद की बात कह रहे हैं। योजना को वापस लेने की मांग पर सोमवार को भारत बंद किया गया था। इस दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए गए। बता दें कि इस योजना में सरकार ने सेना में सेवा की अवधि को घटाकर 4 साल कर दिया है, जो कि पहले कम से कम 17 साल थी।